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जैसा भी हूँ मुझे स्वीकार करो

"कबीरा तेरी दुनिया मे भांति भांति के लोग",,,,,,

आज ठगबन्धियों की एक सत्य घटना बताता हूं .....

आपका थोड़ा सा स्वार्थ,देश को वाकई कई वर्षों पीछे चला जायेगा

2019 एक और महाभारत

तू अपनी खूबियां ढूंढ, कमियां निकालने के लिए *लोग हैं|*

मोदी हीं क्यों?