NPA यानी बैंकों द्वारा दिया गया वह लोन जो बैंक डूबा हुआ मान लिया गया हो।

NPA यानी बैंकों द्वारा दिया गया वह लोन जो बैंक डूबा हुआ मान लिया गया  हो।
भाइयों आज जब चुनाव सर पर है और एक बार फिर आपको देश की सरकार चुनना है तो आपको देश को बर्बाद कर देने वाली कांग्रेस की यह करनी अवश्य जाननी चाहिए।
भाइयों जब 2014 में मोदी देश के PM बने और उन्होंने बैंकों के NPA के बारे में कांग्रेस से पूछा तो यही बताया गया कि 34% NPA है लेकिन जब बैंकों द्वारा असली रिपोर्ट सामने आई तो मोदी जी के पैरों के नीचे से जमीन निकल गई क्योकि NPA 34% ना होकर 83% था यानी कांग्रेस अपने चहेतों को नियमो को ताक पर रखकर बैंकों में जनता के जमा धन का 83% लोन दिला चुकी थी जो डूबा हुआ था।

ऐसी हालत में मोदी के सामने दो ही विकल्प थे
पहला
देशवासियो को बता दे कि आपका जो पैसा बैंकों में जमा है उसका 83% कांग्रेस की मेहरबानी से डूब चुका है लेकिन ऐसा बताते ही हर व्यक्ति अपने पैसे की चिंता में बैंकों के सामने होता चूंकि बैंकों में केवल 17% पैसा होता तो बैंक दे नही पाती और तोड़फोड़ आगजनी यानी पूरे देश मे भयंकर अराजकता।

दूसरा विकल्प
चुपचाप बिना जनता को हकीकत बताये बैंकों की स्थित कैसे मजबूत हो इस पर ध्यान देना
और भाइयों मुझे गर्व है मोदीजी की सूझबूझ पर उन्होंने दूसरा विकल्प चुना,नोट बन्दी की और घरों में बोरो में बंद पैसे को बैंकों में लाकर एक तरफ बैंकों को मजबूत किया तो दूसरी तरफ जो कांग्रेस की कृपा से जनता का पैसा लूटकर बैठे थे उनसे पैसा बसूलने के लिए सख्त कदम उठाने शुरू किए।
भाइयो इस आपाधापी का फायदा उठाकर जो लोग देश से बाहर भागे उन पर भी मोदी सरकार बराबर शिकंजा कस रही है।
यदि 2014 में मोदी गद्दी पर न आते तो देश का हर नागरिक चाहे व हिन्दू हो या मुसलमान,बीजेपी विरोधी हो या सपोटर सब खून के आंसू रो रहे होते क्योकि कहने को आपका 5 लाख,10 लाख बैंक में जमा होता लेकिन जब लेने जाते तो टाल मटोल करके आपको बहकाया जाता लेकिन मिलता कुछ नही इसलिए भरष्टाचारी कांग्रेस की यह असलियत सबको बताइये अभी समय है
कांग्रेस को भी चैलेंज है इसे झूठा साबित करे।

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